भारत में थर्मल, न्यूक्लियर और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट्स

भारत में थर्मल, परमाणु और जल विद्युत संयंत्र

भारत, जो विश्व की सबसे तेज़ी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, अपनी बढ़ती हुई बिजली की मांग को पूरा करने के लिए ऊर्जा क्षेत्र पर काफी हद तक निर्भर करता है। देश में बिजली उत्पादन के लिए थर्मल, न्यूक्लियर और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट्स का मिश्रण उपयोग किया जाता है। इस ब्लॉग में हम भारत के प्रमुख पावर प्लांट्स, उनके स्थान और राष्ट्रीय ऊर्जा ग्रिड में उनके महत्व को समझेंगे।

  • ऊर्जा मांग की पूर्ति: ये संयंत्र औद्योगिक और घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
  • ऊर्जा सुरक्षा: विभिन्न प्रकार के ऊर्जा स्रोतों का उपयोग भारत को किसी एक स्रोत पर निर्भर नहीं रहने देता।
  • रोजगार और विकास: ये संयंत्र नौकरियाँ उत्पन्न करते हैं और क्षेत्रीय विकास में योगदान देते हैं।
  • अवसंरचना का विकास: पावर प्लांट्स सड़कों, आवास और उद्योगों के विकास में सहायक होते हैं।

रोहित एकेडमी सरल और समझने में आसान स्टैटिक जीके (Static GK) नोट्स प्रदान करती है, जो UPSC, SSC, बैंकिंग, रेलवे, और राज्य स्तरीय परीक्षाओं जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए आदर्श हैं। इस विषय से संबंधित कुछ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न नीचे दिए गए हैं, जो परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।

भारत के कोयला-आधारित थर्मल पावर प्लांट्स जैसे कि मध्यप्रदेश का विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन देश के सबसे बड़े पावर प्लांट्स में से एक है, जिसकी स्थापित क्षमता 4,760 मेगावाट से अधिक है। यह राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC) द्वारा संचालित है और भारत की ऊर्जा अवसंरचना का एक मुख्य आधार है। थर्मल पावर प्लांट्स कोयला, प्राकृतिक गैस या तेल का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं। ये भारत में बिजली उत्पादन का लगभग 60% हिस्सा प्रदान करते हैं।

राज्य ताप विद्युत संयंत्र
आंध्र प्रदेश सिम्हाद्रि सुपर थर्मल पावर प्लांट
श्री दामोदरम संजीवैया थर्मल पावर स्टेशन
डॉ नारला टाटा राव थर्मल पावर स्टेशन
असम बोंगाईगांव थर्मल पावर प्लांट
नामरूप थर्मल पावर प्लांट
लकवा थर्मल पावर स्टेशन
बिहार बरौनी थर्मल पावर स्टेशन
कहलगांव सुपर थर्मल पावर प्लांट
बाढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन
मुजफ्फरपुर थर्मल पावर स्टेशन
छत्तीसगढ कोरबा सुपर थर्मल पावर प्लांट
सीपत थर्मल पावर प्लांट
भिलाई पावर प्लांट
हसदेव थर्मल पावर प्लांट
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थर्मल पावर स्टेशन
अटल बिहारी वाजपेई थर्मल पावर स्टेशन
दिल्ली इंद्रप्रस्थ पावर स्टेशन
बदरपुर थर्मल पावर प्लांट
राजघाट पावर स्टेशन
प्रगति थर्मल पावर प्लांट
गुजरात मुंद्रा थर्मल पावर प्लांट (भारत में दूसरा सबसे बड़ा बिजली संयंत्र)
जहर-गांधार थर्मल पावर स्टेशन
उकाई थर्मल पावर प्लांट
सिक्का थर्मल पावर प्लांट
गांधीनगर थर्मल पावर प्लांट
कच्छ लिग्नाइट थर्मल पावर स्टेशन
साबरमती थर्मल पावर स्टेशन
सूरत लिग्नाइट थर्मल पावर स्टेशन
हरियाणा दीनबंधु छोटू थर्मल पावर प्लांट, यमुनानगर
राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट
पानीपत थर्मल पावर प्लांट
गोरखपुर परमाणु सुपर थर्मल पावर स्टेशन
झारखंड पतरातू थर्मल पावर स्टेशन
चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन
बोकारो थर्मल पावर स्टेशन
कर्नाटक उडुपी थर्मल पावर प्लांट
बेल्लारी थर्मल पावर प्लांट
रायचूर थर्मल पावर प्लांट
यरमरस थर्मल पावर स्टेशन
केरल कायमकुलम पावर स्टेशन
ब्रह्मपुरम पावर स्टेशन
कोझिकोड पावर स्टेशन
मध्य प्रदेश विंध्याचल सुपर थर्मल पावर प्लांट (भारत का सबसे बड़ा थर्मल पावर स्टेशन)
श्री सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन, डोंगालिया
सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट
अमरकंटक थर्मल पावर स्टेशन
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन
महाराष्ट्र अमरावती थर्मल पावर प्लांट
तिरोदा थर्मल पावर प्लांट
चंद्रपुर सुपर थर्मल पावर प्लांट
खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशन
सोलापुर सुपर थर्मल पावर स्टेशन
मौदा सुपर थर्मल पावर स्टेशन
ओड़िशा तालचर थर्मल पावर प्लांट
हीराकुंड कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट
वेदांता झारसुगुड़ा पावर स्टेशन
पंजाब गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल पावर प्लांट, रोपड़
राजस्थान छबरा थर्मल पावर प्लांट
सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट
रामगढ गैस थर्मल पावर स्टेशन
अंता थर्मल पावर स्टेशन
बरसिंगसर थर्मल पावर स्टेशन
कोटा थर्मल पावर प्लांट
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट
तमिलनाडु मेट्टूर थर्मल पावर प्लांट
नेवेली थर्मल पावर प्लांट
तूतीकोरिन थर्मल पावर प्लांट
एन्नोर थर्मल पावर प्लांट
तेलंगाना हुसैन सागर थर्मल पावर स्टेशन, हैदराबाद (भारत में पहला और सबसे पुराना थर्मल पावर स्टेशन - 1920)
रामागुंडम सुपर थर्मल पावर प्लांट (दक्षिण भारत का सबसे बड़ा थर्मल पावर स्टेशन)
काकतीय थर्मल पावर प्लांट
कोठागुडेम थर्मल पावर स्टेशन
सिंगरेनी थर्मल पावर प्रोजेक्ट
उत्तर प्रदेश ओबरा थर्मल पावर स्टेशन
अनपरा थर्मल पावर स्टेशन
रोजा थर्मल पावर प्लांट
रिहंद सुपर थर्मल पावर प्लांट
फ़िरोज़ गांधी ऊंचाहार थर्मल पावर प्लांट
दादरी थर्मल पावर प्लांट
पश्चिम बंगाल दुर्गापुर थर्मल पावर प्लांट
फरक्का थर्मल पावर प्लांट
मेजिया थर्मल पावर स्टेशन, बांकुरा (पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा थर्मल पावर प्लांट)
कोलाघाट थर्मल पावर स्टेशन
बज बज थर्मल पावर प्लांट
सागरदिघी थर्मल पावर स्टेशन
बकरेश्वर थर्मल पावर प्लांट
बैंडेल थर्मल पावर स्टेशन
संतालडीह थर्मल पावर स्टेशन
टीटागढ़ थर्मल पावर स्टेशन

भारत में न्यूक्लियर एनर्जी को एक स्वच्छ और विश्वसनीय ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है। इन संयंत्रों में ईंधन के रूप में यूरेनियम या प्लूटोनियम का उपयोग होता है और ये न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन करते हैं।

राज्य नाभिकीय ऊर्जा यंत्र
गुजरात काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन  – 1993
कर्नाटक कैगा परमाणु ऊर्जा स्टेशन  –  2000
महाराष्ट्र तारापुर परमाणु ऊर्जा स्टेशन – 1969 (भारत का पहला और सबसे पुराना परमाणु ऊर्जा संयंत्र)
राजस्थान राजस्थान परमाणु ऊर्जा स्टेशन, रावतभाटा – 1973
तमिलनाडु (कलपक्कम) मद्रास परमाणु ऊर्जा स्टेशन – 1984
तमिलनाडु कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र – 2013 (भारत में सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र)
उत्तर प्रदेश नरौरा परमाणु ऊर्जा स्टेशन- 1991

न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) भारत के अधिकांश न्यूक्लियर पावर प्लांट्स का संचालन करता है। तमिलनाडु में स्थित कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट भारत का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है, जिसकी क्षमता 2,000 मेगावाट है और इसे रूस के सहयोग से विकसित किया गया है।

भारत में जलविद्युत संयंत्र नदियों और बांधों की शक्ति का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं, और कुल बिजली उत्पादन क्षमता में लगभग 12% का योगदान करते हैं। ये संयंत्र नवीकरणीय ऊर्जा प्रदान करने और पीक लोड डिमांड को प्रबंधित करने में सहायक होते हैं।

हिमाचल प्रदेश में स्थित भाखड़ा डैम जलविद्युत परियोजना 1,325 मेगावाट की क्षमता के साथ भारत के प्रमुख और ऐतिहासिक जलविद्युत संयंत्रों में से एक है।

राज्य नदी जलविद्युत शक्ति संयंत्र
आंध्र प्रदेश कृष्णा नागार्जुनसागर जलविद्युत शक्ति संयंत्र
आंध्र प्रदेश कृष्णा श्रीशैलम जलविद्युत शक्ति संयंत्र
आंध्र प्रदेश, ओड़िशा मचकुंड मचकुंड जलविद्युत शक्ति संयंत्र
गुजरात नर्मदा सरदार सरोवर जलविद्युत शक्ति संयंत्र
हिमाचल प्रदेश बैरा बैरा-सिउल जलविद्युत शक्ति संयंत्र
हिमाचल प्रदेश सतलुज भाखड़ा नांगल जलविद्युत शक्ति संयंत्र
हिमाचल प्रदेश ब्यास देहर जलविद्युत शक्ति संयंत्र
हिमाचल प्रदेश सतलुज नाथपा झाकड़ी जलविद्युत शक्ति संयंत्र (भारत की सबसे बड़ी भूमिगत जलविद्युत परियोजना)
जम्मू और कश्मीर चिनाब सलाल जलविद्युत शक्ति संयंत्र
जम्मू और कश्मीर झेलम उरी जलविद्युत शक्ति संयंत्र
झारखंड सुवर्णरेखा सुवर्णरेखा जलविद्युत शक्ति संयंत्र
झारखंड बराकर मैथन जलविद्युत शक्ति संयंत्र
कर्नाटक कालीनदी कालीनदी जलविद्युत शक्ति संयंत्र
कर्नाटक शरावती शरावती जलविद्युत शक्ति संयंत्र
कर्नाटक कावेरी शिवानासमुद्र जलविद्युत शक्ति संयंत्र (भारत में पहला जलविद्युत संयंत्र - 1902)
केरल पेरियार इडुक्की जलविद्युत शक्ति संयंत्र
मध्य प्रदेश सोन बाणसागर जलविद्युत शक्ति संयंत्र
मध्य प्रदेश नर्मदा इंदिरा सागर जलविद्युत शक्ति संयंत्र
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश रिहंद रिहंद जलविद्युत शक्ति संयंत्र
महाराष्ट्र कोयना कोयना जलविद्युत शक्ति संयंत्र (भारत में सबसे बड़ा जलविद्युत संयंत्र)
मणिपुर लीमतक लोकतक जलविद्युत शक्ति संयंत्र
ओड़िशा सिलेरु बालीमेला जलविद्युत शक्ति संयंत्र
ओड़िशा महानदी हीराकुंड जलविद्युत शक्ति संयंत्र
सिक्किम रंगीत रंगीत जलविद्युत शक्ति संयंत्र
सिक्किम तीस्ता तीस्ता जलविद्युत शक्ति संयंत्र
उत्तराखंड भागीरथी टिहरी जलविद्युत शक्ति संयंत्र (भारत की सबसे ऊंची जलविद्युत परियोजना)

भारत के विभिन्न राज्यों में पावर प्लांट्स वितरित हैं, और हर क्षेत्र अपने प्राकृतिक संसाधनों व अवसंरचना का लाभ उठाता है।

कुछ प्रमुख उदाहरण:

  • उत्तर प्रदेश: अन्पारा और ऋहंद जैसे कई थर्मल प्लांट्स।
  • तमिलनाडु: कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट और कई थर्मल पावर स्टेशन।
  • हिमाचल प्रदेश: भाखड़ा और नाथपा झाकरी जैसे जलविद्युत परियोजनाएं।
  • गुजरात: मुंद्रा थर्मल प्लांट और सरदार सरोवर जैसे जलविद्युत परियोजनाएं।

यह वितरण देश भर में ऊर्जा आपूर्ति को संतुलित रखने में मदद करता है और शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को समर्थन देता है।

  • कोयले पर निर्भरता कम करना और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन घटाना।
  • परमाणु रिएक्टरों की उच्च लागत और सुरक्षा से संबंधित चिंताओं को संबोधित करना।
  • जलविद्युत परियोजनाओं के पारिस्थितिक और सामाजिक प्रभाव को कम करना।
  1. मुख्य तथ्यों को याद रखें: प्रमुख पावर प्लांट्स के स्थान, क्षमता और संचालन करने वाले संगठनों पर ध्यान दें। जैसे:
    विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन (4,760 मेगावाट) — भारत का सबसे बड़ा थर्मल प्लांट।
    कुडनकुलम (2,000 मेगावाट) — भारत का सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट।
  2. राज्यवार वितरण को समझें: जैसे तमिलनाडु में न्यूक्लियर (कुडनकुलम), मध्यप्रदेश में थर्मल (विंध्याचल), हिमाचल में जलविद्युत (भाखड़ा)।
  3. अपडेटेड रहें: जैसे — 2021 उत्तराखंड बाढ़ में NTPC का तपोवन विष्णुगढ़ परियोजना प्रभावित हुई थी — ऐसी घटनाएँ करेंट अफेयर्स में पूछी जा सकती हैं।
  4. पिछले प्रश्न पत्र हल करें: UPSC, SSC जैसी परीक्षाओं के पुराने प्रश्न पत्र हल कर प्रश्नों की प्रकृति समझें।
  5. PDF डाउनलोड करें: भारत के हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम्स, थर्मल पावर कैपेसिटी और न्यूक्लियर रिएक्टर्स की लिस्ट डाउनलोड कर शॉर्ट नोट्स बनाएं।
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थर्मल पावर प्लांट्स, न्यूक्लियर पावर प्लांट्स और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट्स से जुड़े प्रश्न भारत की भौगोलिक स्थिति, अर्थव्यवस्था और ऊर्जा क्षेत्र में इनके महत्व के कारण UPSC, SSC, रेलवे और बैंकिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं। ये विषय स्टैटिक जीके के सिलेबस का हिस्सा हैं और प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षाओं में पावर जनरेशन कैपेसिटी, प्रमुख इकाइयाँ जैसे विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन, कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट, और भाखड़ा डैम जैसे हाइड्रोपावर केंद्र, तथा एनटीपीसी और एनपीसीआईएल जैसी संस्थाओं पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं। ये प्रश्न पिछले वर्षों की परीक्षाओं और विश्वसनीय स्रोतों से लिए गए हैं, जिससे ये प्रतियोगी छात्रों के लिए अत्यंत प्रासंगिक बनते हैं।

  1. भारत का पहला न्यूक्लियर पावर रिएक्टर कब स्थापित हुआ था?
    उत्तर: भारत का पहला परमाणु बिजली संयंत्र, तारापुर एटोमिक पावर स्टेशन, 1969 में व्यावसायिक रूप से चालू हुआ।
  2. नेशनल हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) की स्थापना कब हुई थी?
    उत्तर: NHPC की स्थापना 1975 में हुई थी।
  3. भारत का सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट कौन सा है?
    उत्तर: तमिलनाडु में स्थित कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट जिसकी क्षमता 2,000 मेगावाट है।
  4. भारत का सबसे बड़ा थर्मल पावर प्लांट कौन सा है?
    उत्तर: मध्यप्रदेश में स्थित विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन, जिसकी स्थापित क्षमता 4,760 मेगावाट है और यह NTPC द्वारा संचालित है।
  5. भारत का सबसे बड़ा पूर्ण हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट कौन सा है?
    उत्तर: महाराष्ट्र का कोयना हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, जिसकी कुल स्थापित क्षमता 1,920 मेगावाट है।
  6. भारत का पहला हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट कौन सा था?
    उत्तर: कर्नाटक में स्थित शिवसमुद्रम हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट, जो 1902 में चालू हुआ।
  7. भारत में न्यूक्लियर पावर प्लांट्स का संचालन कौन करता है?
    उत्तर: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL)।
  8. भारत में बिजली उत्पादन का मुख्य स्रोत क्या है?
    उत्तर: थर्मल पावर प्लांट्स, जो भारत में लगभग 65% बिजली उत्पन्न करते हैं।
  9. भारत में स्थापित पहला थर्मल पावर प्लांट कौन सा था?
    उत्तर: हुसैन सागर थर्मल पावर प्लांट, जिसकी स्थापना 1920 में हैदराबाद, तेलंगाना में निज़ाम द्वारा की गई थी।
  10. भारत का सबसे ऊँचा हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम कौन सा है?
    उत्तर: टिहरी डैम, जो उत्तराखंड में स्थित है।
  11. न्यूक्लियर पावर स्टेशन में मॉडरेटर की भूमिका क्या होती है?
    उत्तर: न्यूट्रॉन की गति को धीमा करना ताकि न्यूक्लियर फिशन प्रभावी ढंग से हो सके।
  12. विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन किस राज्य में स्थित है?
    उत्तर: मध्यप्रदेश।
  13. तालचेर सुपर थर्मल पावर स्टेशन कहाँ स्थित है?
    उत्तर: ओडिशा।
  14. कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट किस देश की मदद से बनाया जा रहा है?
    उत्तर: रूस।
  15. टिहरी डैम किस नदी पर बना है?
    उत्तर: भागीरथी नदी।
  16. भाखड़ा नांगल परियोजना किन दो राज्यों की संयुक्त परियोजना है?
    उत्तर: पंजाब और हिमाचल प्रदेश।
  17. नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन किस राज्य में स्थित है?
    उत्तर: हिमाचल प्रदेश।

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